बी.ए. इन एमसीजे तृतिय वर्ष. एसबी कॉलेज औरंगाबाद, यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विद्यापीठ. नाशिक.
Wednesday, June 30, 2010
एक अनोखी ममता सहारा समय न्यूज़
हम मानव आजकी इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में भले ही मानवता छोड़ चुके हैं, लेकिन यह बेजुबान जिनका कोई भी नाता नहीं वो मानवता का फुर्ज़ बखूबी निभा रहे हैं । इंसानो को मिल रही हैं जानवरों से मानवता की सिख इसे तो हम यही कहेंगे आप क्या कहेंगे? अपनी राय पोस्ट करे ।
कठा एक आदिवासी परम्परा
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिलेमे कवठेवाडी यह पहाड़ी इलाका हैं । कई सालोसे यहाँ कठा यह आदिवासीयों की अनोखी परम्परा मन्नत के तौर पर निभाई जा आ रही हैं , मई महीने में अक्षय तृतीया की रात को सर पर मटके में सुलगती आग को उठाकर बिरोबा भगवान के मंदिरके फेरे लगाये जाते हैं । देखने वालोंके अंग पर रौगठे खड़े हो जाते हैं । यह विडियो आप को कैसा लगा आपनी राय पोस्ट करे ........................................................
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