Tuesday, July 27, 2010

साईं के दरबार में पांच लाख भक्त दाखिल


साईं को अपना गुरु मानने वाले दुनिया भर के भक्त गुरुपूर्णिमा के दिन शिरड़ी पहुँच ते हैं इस साल तिन दिन चलनेवाले इस उत्सव में करीब पांच लाख भाविक साईं की नगरी शिरड़ी में दर्शन की लिए आये थे । साईं बाबा का मंदिर फुलोसे सजय गया था । बड़ी धूम धाम से यह उत्सव मनाया गया। तिन दिन चलने वाले इस उत्सव में ३ करोड़ से जादा रकम साईं बाबा के तिजोरिमे भ्क्तोने डाली ।

हिरेकी सुवर्ण घड़ी


मुंबई के एक भक्त गुरुपूर्णिमा के दिन अपने गुरु साईं बाबा को हीरे से बनी साडे ग्यारह लाख रूपये की सुवर्ण घडी अर्पण की हालकी उसने अपना नाम गुप्त रखा हैं

गुरुपूर्णिमा में साईं के दरबार शिरड़ी में भक्तों का ताता


बेंगलोर के एक भक्त ने १३० किलो चांदी से साईं का रथ चांदी का किया उसपर हैदराबाद के एक भक्त ने सोने की परते चढ़ाकर साईं के रथ को सुवर्ण रथ में तब्दील किया गुरुपूर्णिमा के अवसर पर साईं की सवारी इसी सुवर्ण रथ में निकली गई

Saturday, July 17, 2010

अभिनेत्री उदिता गोस्वामी ने लिए साईं दर्शन


फ़िल्ममे बनाने से ज्यादा खर्चा उसे प्रमोट करनेके लिए लगता हैं और इसी लिए अछि से अछि फिल्मभी फ्लॉप हो जाती हैं । यह कहना हैं अक्सर , पाप ,जहर जैसी फिल्ममोसे बॉलीवुड जगत में अपना मुकाम हासिल करनेवाली उदिता गोस्वामी का , उदिता अपने माता पिता के साथ शिरड़ी साईं दर्शन के लिए आई थी। हालहीमे उदिता की चेस , रोक जैसी फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर नहीं टिक पाई , उसका कहना है की यह फिल्मे बहोत ही बेहतरीन थी लेकिन वो दर्शको तक नही नही पहुंची इसी लिए वो कामयाबी हासिल नहीं कर पाई, उदिता अब कॉमेडी फिल्म में अपना नसीब अजमाना चाहती हैं इसीलिए वो हमेश मुस्कुराती रहती हैं, शादी के बारेमे पुछ्नेपर साईं से ग्रीन सिग्नल मिलनेके बाद अपने आप सब हो जायेगा ,बाबा से बहोत कुछ माँगा हैं और वो मिलतेही दुबारा आनेका वादा भी उदिताने किया, फिल्मोमे बोल्ड किरदार करनेवाली उदिता साईं के दरबारमे बहोत ही साधे लिबसमे दिखाई दी|

Sunday, July 11, 2010

महंगाई का एक और झटका आम आदमीको

महारास्ट्र के आम आदमियोंकी जीवन यात्रा समझनेवाली एस टी बस के किरायोमे बढ़ोतरी होने के संकेत राज्य के परिवहन मंत्री राधकृष्ण विखे पाटिल ने शिर्डी में दिए, पहले ही महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ी हैं ।

Friday, July 9, 2010

एक अभागा 'मोर' जो अपनी जिनेकी जंग हार गया . .


'मोर' यह देश का राष्ट्रिय पक्षी हैं , 'मोर' का नाम सुनते ही हमारी आखों के सामने अपने पंख फैलाकर अपनेही ताल में नाचता हुआ यह पक्षी दिखाई देता हैं , पहले खेत खलिहानों से , रस्तोसे जाते समय मोर आसानीसे दिखाई पड़ते थे । लेकिन अब मोरों की संख्या दिन ब दिन काम होती जा रही हैं । उसे कारण ही वैसे ही हैं एक तो मोर के पंख , मांस की हो रही तस्करी और दूसरा दुसरे वन्य जिवोसे खतरा । एसेही एक मोर के पीछे कुछ कुत्ते पड़े ,मोर अपनी जान बचाने के लिए पंख फडफडा ता हुआ रस्ते के एक पेट्रोल पम्प में घुस गया । वहाँ के कर्मचारियों ने उसे कुत्ते का निवाला होते होते बचा लिया लेकिन उसे भरी मात्र में चोटें आई थी कई जगोहोपर कुत्ते ने उसे जबरन कट लिया था । पम्प पर उसे धान के साथ पानी भी पिलाया लेकिन उसने उल्टियाँ कर दी पम्प मालिक ने तुरंत जाकर डोक्टर को लाया । करीब एक घंटे तक उसके उपर इलाज करवाया गया, लेकिन दो ढाई घन्टे में उसने अपनी गर्दन ढीली कर दी और इस दुनियासे हमेश हमेशा के लिए रुखसत हो गया। इसी दरम्यान पम्प मालिक ने वन विभाग को जख्मी मोर आनेकी सुचना दी और उसकी हालत नाजुक होने से डोक्टर भी साथ लानेको कहा ,लेकिन वन अधिकारी आये पर तब तक देश का राष्टीय पक्षी मोर अपनी जिनेकी जंग हार चूका था । इससे पहले भी इसी इलाके में बारा मोरोंकी जहरीला धान खानेसे मौत हुई थी ,तिन महिनोके बावजूद भी महाराष्ट्र का वन विभाग उनकी जाँच रिपोर्ट हासिल नही कर पाया, इससे वन विभाग का काम किस तरह से चलता होगा इसका अंदाजा आ सकता हैं। अगर इसी तरह मोर मरते रहे तो आने वाली नसलोंको 'मोर' यह राष्ट्रिय पक्षी कागजोपर ही देखना होगा इसमें कोई शक नही । ............... । अपनी राय पोस्ट करे

Sunday, July 4, 2010

'भारत बंद' एक बेहतरीन ड्रामा .....!

हालहीमे पेट्रोल,डीज़ल,गेस के दाम सरकारने बढ़ाये इसलिए कई सलोसे सोई हुई विरोधी पार्टिया जाग उठी और भारत बंद का नारा पुकारा । वैसे तो मंहगाई ने आम आदमीकी कमर कई सलोसे तोड़ दी हैं और आम आदमी के साथ का ढोंग करनेवाली यह सरकार आम आदमी पर ही सितम ढाह रही हैं । सरकारने इंधन के दाम क्या बढाये तो विरोधीयों को मंहगाई बढने का पता चला और अब सब सफेद पोशाकिया विरोधी कलाकार एक साथ हुए और पुकारा 'बंद' । राजनेतायोंका सबसे बेहतरीन शस्र हैं ये ' बंद ' जो चलता कही हैं और परिणाम कही ओर होता हैं । इस बंद से पुरे भारत देश में करोड़ो रुपयों का नुकसान हो जायेगा । एसे कई परिवार हैं जो दिनभर रस्तेपर मेहनत मजदूरी कर दो वक्त की रोटी कमाते हैं पर आज के इस बंद की वजह से उनके घर का चूल्हा नही जलेगा। रास्तोपर आम आदमी के बजा पोलिसियाँ दिखाई देंगे। बाजार में जहा हर दिन चहक महक होती हैं वहा खमोशी छा जाएगी , या तो फिर इन राजकरतायों के कार्यकरता द्वरा एक दो जगहों पर पथराव होगा गाड़ियाँ आग के हवाले की जाएगी इससे जादा कुछ नही होगा । सरकार और विरोधी सब एक ही डाली पर बैठने वाले पंछी हैं । पहलेसे सोची समजी यह बंद की साजिश रचाई जाती हैं और इसमें बेहाल होता हैं हमारे जैसा कॉमन मेन, जनता को किस तरह से बेवकूफ बनाये यह तो हमारे इन राजकरताओं से सीखे। इसका एक ही तरीका हैं की हमारे जैसा कॉमन नौजवान अपने हाथोमे देश की भाग दौड़ संभाले और इन घरानों बाजों को इस खुर्सी से हटाये एक एसी उम्मीद की किरण आणि चाहिए की कभी सोने का धुवा निकलने वाला अपना देश फिर एक बार उसी तरह कामयाबी की बुलंदी पर पहुंचे लेकिन उसके लिए हमे एक साथ आना चहिए और अपनी ताकद इन सभी राजकारता यों को दिखानी चाहियें। मैंने तो अभीके गातविधियों के बारेमे जो मुझे सुझा वही आपके सामने रख दिया हैं, एक भारतीय होनेके नाते आपको कैसा लगा वो पोस्ट जरुर करे ........... ।

दुनिया वरके साईं भक्तों को घर बैठे मिलेगा 'साईंचरित्र'


शिरड़ी वाले साईबाबा की महिमा अपरम्पार हैं इसीलिए भारत से ही नही तो पुरे दुनिया भरके सभी जाती धर्म के लोग शिरड़ी साईं के दरबारमे मथ्था टेकने आ जाते हैं। अपने देश के बराबर ही विदेश में बैठे अपने भाइयों को साईं के लीला के बारेमे जानकारी हो और वो भी अपना दुखड़ा साईंको बता सके इसीलिए अब साईबाबा संस्थान द्वरा विदेशी भक्तों के लिए हेमाडपन्त लिखित साईं चरित्र भेजा जायेगा । दुनिया के किसीभी कोने में बैठा भक्त अब घर बैठे ही साईं चरित्र मंगा सकता हैं । हालहीमे सभी भाषायोंमे बने २००० साईं चरित्र संस्थान द्वरा केनाडा भेजे गये हैं । संस्थान ने इस प्रक्रिया के लिए एक स्वतंत्र यंत्रणा बनाई गयी हैं । साईबाबा संस्थान के इस योजनासे काफी भक्त खुश हैं और साईं चरित्र की मांग कर रहे हैं । आधिक जानकारी के लिए संस्थान की वेब साईट पर देखे । ........................................................... । धन्यवाद ......... ।

Friday, July 2, 2010

बारिश का एक अनोखा नजारा


अहमदनगर जिलके अकोले तहसील में इन बरिशोमे इस तरह की तस्बीर दिखाई पड़ती हैं । प्रकुर्ती के नियम के अनुसार अगर हम चले तो इससे भी बेहतरीन नजारे हमारी आँखे देख सकती हैं ।