Sunday, July 4, 2010

'भारत बंद' एक बेहतरीन ड्रामा .....!

हालहीमे पेट्रोल,डीज़ल,गेस के दाम सरकारने बढ़ाये इसलिए कई सलोसे सोई हुई विरोधी पार्टिया जाग उठी और भारत बंद का नारा पुकारा । वैसे तो मंहगाई ने आम आदमीकी कमर कई सलोसे तोड़ दी हैं और आम आदमी के साथ का ढोंग करनेवाली यह सरकार आम आदमी पर ही सितम ढाह रही हैं । सरकारने इंधन के दाम क्या बढाये तो विरोधीयों को मंहगाई बढने का पता चला और अब सब सफेद पोशाकिया विरोधी कलाकार एक साथ हुए और पुकारा 'बंद' । राजनेतायोंका सबसे बेहतरीन शस्र हैं ये ' बंद ' जो चलता कही हैं और परिणाम कही ओर होता हैं । इस बंद से पुरे भारत देश में करोड़ो रुपयों का नुकसान हो जायेगा । एसे कई परिवार हैं जो दिनभर रस्तेपर मेहनत मजदूरी कर दो वक्त की रोटी कमाते हैं पर आज के इस बंद की वजह से उनके घर का चूल्हा नही जलेगा। रास्तोपर आम आदमी के बजा पोलिसियाँ दिखाई देंगे। बाजार में जहा हर दिन चहक महक होती हैं वहा खमोशी छा जाएगी , या तो फिर इन राजकरतायों के कार्यकरता द्वरा एक दो जगहों पर पथराव होगा गाड़ियाँ आग के हवाले की जाएगी इससे जादा कुछ नही होगा । सरकार और विरोधी सब एक ही डाली पर बैठने वाले पंछी हैं । पहलेसे सोची समजी यह बंद की साजिश रचाई जाती हैं और इसमें बेहाल होता हैं हमारे जैसा कॉमन मेन, जनता को किस तरह से बेवकूफ बनाये यह तो हमारे इन राजकरताओं से सीखे। इसका एक ही तरीका हैं की हमारे जैसा कॉमन नौजवान अपने हाथोमे देश की भाग दौड़ संभाले और इन घरानों बाजों को इस खुर्सी से हटाये एक एसी उम्मीद की किरण आणि चाहिए की कभी सोने का धुवा निकलने वाला अपना देश फिर एक बार उसी तरह कामयाबी की बुलंदी पर पहुंचे लेकिन उसके लिए हमे एक साथ आना चहिए और अपनी ताकद इन सभी राजकारता यों को दिखानी चाहियें। मैंने तो अभीके गातविधियों के बारेमे जो मुझे सुझा वही आपके सामने रख दिया हैं, एक भारतीय होनेके नाते आपको कैसा लगा वो पोस्ट जरुर करे ........... ।

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